चतुर तेनालीराम की मजेदार कहानियां – Tenali Raman in Hindi
तेनालीराम को 'महामूर्ख' की उपाधि: विजयनगर के राजा कृष्णदेव राय हर वर्ष होली का त्योहार अपने दरबार में बहुत ही धूम-धाम से मनाते थे। इस आयोजन में उनके दरबार में…
तेनालीराम को 'महामूर्ख' की उपाधि: विजयनगर के राजा कृष्णदेव राय हर वर्ष होली का त्योहार अपने दरबार में बहुत ही धूम-धाम से मनाते थे। इस आयोजन में उनके दरबार में…
हम अपने बच्चे के दिमाग को विकसित करने के लिए उसे चतुर तेनालीराम की कहानियां सुना सकते हैं। तेनालीराम जोकि, विजयनगर राज्य के महाराज कृष्णदेव राय के दरबार में एक…
सोलहवीं शताब्दी में दक्षिण भारत के गुंटूर, आंध्र प्रदेश में जन्में 'तेनालीराम' विजयनगर राज्य के 'राजा कृष्णदेव राय' के मुख्य विदूषक और कवि थे। तेनालीराम अपने बुद्धिमानी और हाजिर जवाब…
विजयनगर राज्य के सभी लोगों को पता था कि राजा कृष्णदेव राय को पशु-पक्षियों से बहुत लगाव था। एक दिन शाम का समय था राजा अपने उपवन में टहल रहे…
राजा कृष्णदेव राय के दरबार में तेनालीराम अपनी बुद्धिमानी के कारण जाने जाते थे। कभी-कभी तो राजा अपने मंत्रियों की बुद्धिमत्ता की परख करने के लिए कुछ अटपटे सवाल भी…
विजयनगर राज्य के राजा कृष्णदेव राय की माँ को आम खाने का बहुत शौक़ था। वह हमेशा आम के मौसम का इंतजार करती रहती थी। वह अब बहुत वृद्ध हो…
तेनालीराम विजयनगर के राजा कृष्णदेव राय के दरबार में बड़े विद्वानों में से एक थे। इसलिए, राजा हमेशा उनकी सलाह लिया करते थे। एक दिन उसे दरबार में अधिक देर…
विजयनगर राज्य के राजा कृष्णदेव राय ने अपने महल के बगीचे में गुलाब के पौधे लगवाए थे। राजा जब भी दुखी होता था तो वह उस बगीचे में आकर बैठता…
तेनाली राम राजा कृष्णदेव राय के बहुत करीबी हास्य कवि तथा उनके दरबार के आठवें मंत्री थे। तेनाली राम बुद्धिमान, चतुर और हाजिरजवाब थे। राजा कृष्णदेव राय को नए-नए व्यंजनों…