बादशाह अकबर के राजकुमार की शहर के एक सेठ के लड़के के साथ गहरी मित्रता थी। राजकुमार राजमहल का कार्यभार छोड़कर सेठ के बेटे के साथ रासलीला तथा खेलने-कूदने में व्यस्त रहता था। बादशाह अकबर और सेठ दोनों चाहते थे कि इन दोनों के बीच दोस्ती टूट जाए।
बादशाह अकबर ने कई बार राजकुमार को कहा, लेकिन इसका कोई अर्थ नहीं निकला। सेठ भी चाहता था कि उसका बेटा राजकुमार के साथ दोस्ती खत्म कर ले। क्योंकि, वह अपने पिता के कारोबार में हाथ नहीं बटाता था।
लेकिन सेठ डर रहा था। वह सीधे तौर पर राजकुमार और अपने बेटे की दोस्ती को खत्म करने के लिए नहीं कह पा रहा था। उसे लग रहा था कि अगर राजकुमार को यह बात पता चल गई तो उसकी जान का खतरा होगा।
एक दिन बादशाह अकबर ने बीरबल से कहा- “बीरबल तुम्हें राजकुमार और सेठ के बीच की मित्रता को जल्द से जल्द खत्म करवाना हैं। मेरे हिसाब से तुम ही यह काम कर सकते हो। जिसके लिए आपको सौ सोने के सिक्के दिए जाएंगे।”
बीरबल ने कहा- आपका हुक्म मेरा फर्ज हैं! अगले दिन बीरबल ने राजकुमार और सेठ के बेटे को दरबार में हाजिर होने के लिए फरमान जारी करवाया। दोनों मित्र दरबार में हाजिर हुए। बादशाह अकबर अपने राजकुमार से हँसी-मजाक भरी बातें कर रहे थे कि बीरबल अपनी कुर्सी से उठे और सेठ के बेटे के कान में कुछ फुसफुसाये जोकि वह कुछ समझ नहीं सका। फिर तेज आवाज में कहा यह बात आप गुप्त रखना किसी इष्ट मित्र से कहना मत।
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बीरबल की यह बात वहाँ उपस्थित सभी लोगों ने सुन ली। उस दिन का दरबार उठ गया, सभी लोग चले गए। दरबार के बाद राजकुमार ने अपने मित्र से पूछा कि बीरबल ने तुम्हारे कान में क्या कहा। जोकि किसी और को बताने के लिए माना कर रहे थे।
सेठ का बेटा राजकुमार से कुछ बता नहीं सका। क्योंकि, बीरबल ने उसके कान में कुछ कहा ही नहीं था। सेठ के बेटे ने अपने दोस्त से कहा- “बीरबल ने मेरे कान में जो भी कहा था, वह मुझे समझ नहीं आया था, बस फुसफुसाने की आवाज कान में आई थी।”
राजकुमार ने अपने दोस्त को यह कहते हुए दोस्ती खत्म करने की बात कही कि तुम मुझसे कुछ बताना नहीं चाहते, तुम बातों को घुमा रहे हो।राजकुमार क्रोधित होकर महल में चला गया।
उस दिन से दोनों में दोस्ती खत्म हो गई। अब दोनों अपने-अपने काम-काज देखने लगे। सेठ और बादशाह अकबर दोनों खुश हो गए। राजा ने बीरबल की बुद्धिमानी और चतुराई के लिए सौ सोने के सिक्के उपहार में भेंट किए।
कहानी से सीख:
बुद्धि और चतुराई के साथ किसी भी समस्या का हल निकाला जा सकता हैं।